राष्‍ट्रीयहरियाणा

गुरुग्राम के पटौदी में गैंगस्टर लिपिन नेहरा के घर डीटीपी ने चलाया पीला पंजा।

सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :

गुरुग्राम जिले के पटौदी विधानसभा क्षेत्र में थाना बिलासपुर के भूडका गांव स्थित विदेश में बैठे गैंगस्टर लिपीन नेहरा के घर पर गुरुवार को पुलिस व जिला प्रशासन के डीटीपी द्वारा तोड़फोड़ की गई। नेहरा के खेतों की जमीन पर बने मकान की पहली मंजिल के हिस्से को दस्ते ने तोड़ दिया। विभाग का कहना था कि 2007 में डीटीपी कंट्रोल्ड एरिया में आने से पहले उसका मकान ग्राउंड फ्लोर तक बना हुआ था। गैंगस्टर ने पहली मंजिल को कुछ ही महीने पहले बगैर परमिशन लिए अवैध रूप से बनाया गया है। इसी वजह से दस्ते ने तोड़फोड़ की थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को भुडका गांव में गैंगस्टर की खेती की जमीन पर बने मकान की पहली मंजिल को तोड़ने दस्ता पहुंचे। जिसमें सैकड़ो की संख्या में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी डीटीपीई मनीष यादव के नेतृत्व में तोड़फोड़ की कार्रवाई करने पहुंचे थे। जहां पर बगैर परमिशन लिए अवैध रूप से बनाई गई मंजिल को ध्वस्त किया गया। तोड़फोड़ के समय भारी पुलिस बल को देखकर गांव में जहां सन्नाटा छाया हुआ था वहीं कोई भी कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। तोड़फोड़ की कार्रवाई में किसी ने भी विरोध का सामना नहीं किया।

बता दें कि लिपिन नेहरा के कनाडा में छुपे होने के इनपुट जांच एजेंसियों के पास हैं। पंजाबी सिंगर सिद्ध मूसेवाला की हत्या के लिए शूटर मुहैया कराने का भी इस पर आरोप है। गुड़गांव में उस पर कुल 3 केस दर्ज हैं। वहीं उसके भाई पवन नेहरा पर भी 11 केस दर्ज हैं।
वहीं गैंगस्टर लिपिन नेहरा ने एक शराब ठेका संचालक को कॉल कर धमकी दी थी कि ये ठेका उसके पिता को सौंप दे। ऐसा न करने पर लिपिन ने यहां गोलियां चलवा दी थी। केस में लिपिन के पिता दयाराम समेत अन्य आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था।

गौरतलब है कि डीटीपी, नगर निगम या एचएसवीपी व पंचायत विभाग जैसे दर्जनों ऐसे विभाग हैं, जहां पर हर क्षेत्र में बनी सोसायटी, कॉलोनी व सेक्टर में तथा गुड़गांव निगम के गांवों में सरकार से बिना अनुमति लिए अवैध निर्माण जोरों पर चल रहे हैं। जिसमें वही डीटीपी विभाग है, वही नगर निगम गुरुग्राम का विभाग है, वहीं पुलिस प्रशासन है वहीं पंचायत विभाग है, लेकिन वहां पर पीड़ित या समाज सेवक प्रशासन के चक्कर काट-काट स्वर्ग गुजर जाता है लेकिन अवैध गतिविधियां , अवैध कब्जे, अवैध निर्माण करने वालो पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। वहीं डीटीपी मनीष यादव के बारे में यह भी चर्चा आम सुनने में आ रही है कि वह गुरुग्राम की सरस्वती सोसायटी में 5 किलोमीटर क्षेत्र में बने एक भाजपा के बड़े नेता के महल में जाने की आज तक हिम्मत नहीं हुई है, लेकिन गैंगस्टर की केवल एक मंजिल को तोड़ने के लिए 30 किलोमीटर दूर पटौदी में चले गए हैं। जो भी बिना अनुमति के बनाया जा रहा था। वहीं अन्य विभागों में ही भी यही हाल है।

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